लीग ऑफ़ पार्लियामेंटेरियन्स फ़ॉर अल-क़ुद्स के उपाध्यक्ष और तुर्किये संसद के सदस्य डॉ. नूरुद्दीन नेबाती ने शुक्रवार को कहा कि जो लोग ग़ज़ा पट्टी के ख़िलाफ़ इसराइली क़ब्ज़े द्वारा छेड़े गए विनाश के युद्ध का समर्थन करने वालों को इतिहास के कूड़ेदान में डाल दिया जाएगा.
लीग के पांचवें सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में अपने भाषण के दौरान, नेबाती ने बताया कि फ़िलिस्तीनी मुद्दा एक ऐसा मुद्दा है जिसे पश्चिम अपने सभी कथित मूल्यों के बावजूद नज़रअंदाज करता है. यह किसी भी तरह से मानवीय विवेक को स्वीकार्य नहीं है.
उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि फ़िलिस्तीनी मुद्दा इतिहास की शुरुआत से ही एक पवित्र मुद्दा रहा है और तुर्की के लोगों और दुनिया भर के सभी स्वतंत्र लोगों के लिए भी इसका यही मतलब है. उन्होंने कहा, "ग़ज़ा में बच्चा होने का मतलब है कि आप बड़े होने से पहले ही मर जाएं.”
आज शुक्रवार को लीग ऑफ़ पार्लियामेंटेरियन्स फ़ॉर अल-क़ुद्स ने इस्तांबुल में तुर्की संसद के तत्वावधान में पांचवें अंतर्राष्ट्रीय संसदीय सम्मेलन का शुभारंभ किया, जिसका शीर्षक था "फ़िलिस्तीन की आज़ादी” है.
इस तीन दिवसीय सम्मेलन में तुर्किये के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन, तुर्की संसद के अध्यक्ष प्रोफ़ेसर नुमान कुर्तुलमुश और 80 देशों के 700 से अधिक संसद सदस्यों के साथ-साथ सरकारी, अंतर्राष्ट्रीय और तुर्किये की अहम हस्तियां भाग ले रही हैं.
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